
19. श्री नन्दकुमार जी कामदार
श्री आदरणीय जुगलदास जी कामदार के अनन्तर प्रबंध कमेटी एवं स्थानीय समस्त सुन्दरसाथ जी की सम्मति से श्री नन्दकुमार जी महाराज को कामदार पद पर पदासीन किया गया । आप भूतपूर्व कामदार श्री सुन्दरदास जी के ज्येष्ठ पुत्र थें और बंबई के ख्याति प्राप्त मंहत साहेब श्री नारायणदास जी के प्रपौत्र थे । आपका व्यक्तित्व बड़ा ही आकर्षक था । आपका हष्ट-पुष्ट लम्बा-चौड़ा शरीर बहुत ही प्रभावशाली था ।
आपने कुछ समय तक श्री बंगला जी में पूजा का कार्य बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ निभाया । आप सेवा करते समय तन्मय हो जाते थे । बार-बार सेजदा करना, चंवर करना और सेवा के प्रत्येक अंलकारों को सिलसिले से सवारना आपकी बड़ी विशेषता थी ।
आपका कण्ठ बड़ा ही मधुर था । मंदिर के प्रत्येक त्यौहारों में पंचम स्वर में कीर्तन, फाग, धमार, और नारदी आदि गाना आपकी विशेष कला थी । मंदिर प्रबंध ठीक रखना, आने जाने वाले सुन्दरसाथ के ठहराने की व्यवस्था करवाना आदि को आप अपना कर्तव्य समझतें थे । मंदिर के महत्वपूर्ण प्रसंगो पर सदा उपस्थित रहते थे । प्रत्येक कार्य में पूरा सहयोग प्रदान करते थे । व्यर्थ के प्रसंगो पर कम ध्यान देते थे । इस प्रकार आपने सफलतापूर्वक सन् 1950 तक कामदारी का पद संभाला ।
- संकलन कर्ता : पुजारी श्री प्रशांत शर्मा, धाम पन्ना.